लखनऊ, मई 24 -- सीबीआई दफ्तर में दरोगा पर हमला करने वाले दिनेश मुर्मू को अपने किए पर पछतावा नहीं है। हजरतगंज कोतवाली में पूछताछ के दौरान दिनेश ने कहा कि वह दस दिन पहले भी दफ्तर आया था। वीरेंद्र ने अंदर जाने नहीं दिया। धक्का देकर भगाया था। अपमान मुझे बर्दाश्त नहीं होता। सोचा लिया था कि बदला लेना है। दरोगा को सबक सिखा कर रहूंगा। इसलिए धनुष-बाण मैं घर से ही लेकर आया था। मुझे कोई अफसोस नहीं है। दिनेश ने पुलिस को बताया कि मैंने ही सीबीआई को भ्रष्टाचार की सूचना दी थी, पर मुझे ही आरोपित बना दिया गया। नौकरी चली गई। परिवार का जीवन यापन करना भी मुश्किल हो गया। हजरतगंज पुलिस के साथ अन्य एजेसियों ने भी आरोपित से पूछताछ की। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। पहले भी दफ्तर आया पर दरोगा मिला नहीं दिनेश ने पुलिस को बताया कि लखनऊ आने के बाद चारबाग स्टेशन पर ही...