गाज़ियाबाद, सितम्बर 22 -- गाजियाबाद। राजनगर स्थित श्रीरामलीला समिति के मंचन में सीता स्वयंवर में गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से श्रीराम भगवान शिव का धनुष तोड़ देते हैं। धनुष टूटते ही भगवान श्री श्रीराम के जयघोष गूंजने लगे। इसके बाद भगवान परशुराम और लक्ष्मण के बीच संवाद से दर्शक रोमांचित हो उठे। राजनगर रामलीला के मंच पर गुरु विश्वामित्र के साथ श्रीराम और लक्ष्मण जनकपुरी पहुंचते हैंं। सीता स्वयंवर में भाग लेने के लिए 10 हजार राजा और राजकुमार आए हैं। स्वयंवर में लंकापति रावण और बाणासुर भी पहुंचते हैं। राजा जनक और रानी सुनयना की शर्त के अनुसार सभी राजा शिव धनुष उठाने का प्रयास करते हैं, लेकिन असफल हाे जाते हैं। इससे क्रोधित राजा जनक कहते हैं कि क्या इस धरती पर कोई ऐसा वीर नहीं है, जिससे वह अपनी पुत्री का विवाह कर सकें। यह बात सुनकर लक्ष्मणजी क्...