मिर्जापुर, अक्टूबर 13 -- विंध्याचल, हिन्दुस्तान संवाद । श्री विंध्य प्राचीन रामलीला समिति की ओर से मोती झील मार्ग पर आयोजित रामलीला में शनिवार की शाम को कलाकारों ने रामलीला की भावपूर्ण प्रस्तुतियों से वातावरण को राममय बना दिया। श्रीराम ने राक्षसी तड़का व सुबाहु का वध कर ऋषियों को भय मुक्त किया। साथ ही प्रभु के चरण रज के इंतजार कर रही अहिल्या का भी उद्धार किया। श्रीराम के जयघोष से पंडाल गुंजायमान हो रहा था। गुरु विश्वामित्र के साथ श्री राम भगवान और लक्ष्मण जी सीता स्वयंवर में पहुंचे। जहां राजा जनक गुरु विश्वामित्र और प्रभु श्री राम व लक्ष्मण को बैठाते हैं । सभा में मध्य घोषणा की गई कि जो शिव जी के धनुष का भंजन करेगा उसी के साथ सीता का विवाह होगा। रावण बाणासुर सहित संसार का कोई भी राजा धनुष को अपनी जगह से तिल भर भी हिला तक न सके। महराज विदे...