गाजीपुर, अक्टूबर 19 -- गाजीपुर (खानपुर)। ग्राम सभा मौधा में शनिवार की देर शाम श्री राम जानकी हिंदू एकता मित्र द्वारा रामलीला का आयोजन किया गया। रामलीला के दूसरे दिन भगवान सीता स्वयंवर हुआ। इसमें विभिन्न देशों से आए राजा महाराजा अपना बल आजमाते हैं, लेकिन अंत में श्रीराम धनुष को तोड़ देते हैं। धनुष टूटने की आवाज सुनते ही भगवान परशुराम जनकपुरी में पहुंच जाते हैं। जनक दरबार में काफी समय तक चले लक्ष्मण और परशुराम के संवाद ने हर किसी पर प्रभावपूर्ण छाप छोड़ी। लंबी बहस के बाद आखिकार श्रीराम अपने शांत स्वभाव से भगवान परशुराम को शांत कर देते हैं। गाजे-बाजे के साथ अयोध्या से जनकपुरी में बारात आती है। सीता की विदाई के घड़ी के मार्मिक दृश्य से दर्शकों की आंखें नम कर दी। मां-पिता और पुत्री के बीच प्रस्तुत मेरी बेटी न ज्यादा रुला अब मुझे, महलों का राजा मि...