सीतापुर, मार्च 1 -- - लड्डू का भोग लगाकर श्रद्धालुओं ने शुरू की नैमिष की 84 कोसी परिक्रमा सीतापुर, संवाददाता। सिर पर दैनिक उपयोग की सामग्री और ह्रदय में भगवान श्रीराम का नाम लेकर परिक्रमा को जाता रामादल, वैज्ञानिकों और शोधार्थियों के लिए भले ही कौतूहल का विषय हो, लेकिन आस्थावानों के लिए यह आस्था में डूबने जैसा है। जिन रास्तों से रामादल गुजरा उन गांवों के ग्रामीण साधु, संतों, महंतों, पीठाधीश्वरों और परिक्रमार्थियों की चरण रज को अपने माथे से लगाने को आतुर दिखे। फाल्गुन मास की प्रतिपदा अर्थात शनिवार को तड़के परिक्रमार्थियों ने पौराणिक चक्रतीर्थ के जल से स्नान किया और फिर गोमती के तट पर स्थित भगवान गणेश के मंदिर में गणेश जी को लड्डू का भोग लगाया। इसी के साथ 84 कोसी परिक्रमा के अध्यक्ष एवं पहला आश्रम के महंत नारायण दास ने पारंपरिक डंका बजाया औ...