रांची, फरवरी 7 -- रांची, संवाददाता। रिम्स के रेडियोलॉजी विभाग में अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन की मदद से बायोप्सी और एफएनएसी के लिए छोटी कोशिकाओं को निकाला जा रहा है। रिम्स में बड़ी संख्या में मरीजों को लाभ मिल रहा है। गॉल ब्लाडर, पैंक्रियाज और सीबीडी कैंसर के मरीजों की बायोप्सी के लिए इस प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसा करने से सटीक अंग से बायोप्सी के लिए मांस निकाला जाता है, कोई अन्य अंग प्रभावित नहीं होता है। हाल ही में रेडियोलोजी विभाग के सीनियर रेसीडेंट डॉक्टर असीम मित्र ने एक जटिल बायोप्सी की प्रक्रिया को सफल तरीके से संपन्न किया। इसमें मरीज की छाती में हुए ट्यूमर की कोशिकाओं का नमूना लिया गया, जो हृदय के काफी करीब था। बायोप्सी करने वाली टीम में रेसीडेंट डॉक्टर रुचि पांडे, सीनियर रेडियोग्राफर एवं सिस्टर का भी सहयोग रहा। रेडिय...