रांची, अप्रैल 14 -- रांची। वरीय संवाददाता जनजाति सुरक्षा मंच युवा प्रकोष्ठ ने झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन द्वारा शरिया कानून को संविधान से भी ऊपर बताने का विरोध किया है। संगठन के सन्नी उरांव ने मंत्री के बयान को हास्यास्पद बताते हुए निंदा की है। उन्होंने कहा है कि भगवान बिरसा मुंडा व बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की भूमि पर शरिया कानून को श्रेष्ठ बताने वाले मंत्री को नैतिकता के आधार पर यहां रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से मंत्री हफीजुल हसन को मंत्रिमंडल से बाहर निकालने की मांग की है। उन्होंने चेताया है कि ऐसा नहीं होने पर सरना व दलित समाज संयुक्त रूप से आंदोलन करेंगे।

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