धनबाद, मार्च 2 -- धनबाद, विशेष संवाददाता भविष्य निधि को बुढ़ापे की लाठी कहा जाता है क्योंकि बुढ़ापे में भविष्य निधि के सहारे ही सेवानिवृत्त कर्मी अपनी जरूरतों को पूरी करते हैं। कोयलाकर्मियों की भविष्य निधि राशि की देखभाल करनेवाला संगठन सीएमपीएफओ (कोयला खान भविष्य निधि संगठन) में ब्याज दर में लगातार कमी चिंता की बात है। ईपीएफओ के मुकाबले सीएमपीएफओ में भविष्य निधि पर कम ब्याज दर से कोयलाकर्मियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। यही स्थिति रही तो सीएमपीएफओ का ईपीएफओ में विलय संबंधी पुराने प्रस्ताव को बल मिल सकता है। ईपीएफओ ने 2024-25 के लिए 8.25% ब्याज दर की अनुशंसा की है। जनवरी महीने में सीएमपीएफओ बोर्ड ने 2024-25 के लिए 7.6% ब्याजदर की अनुशंसा की थी। जानकार बताते हैं कि ईपीएफओ की भी ब्याज दर के मामले में स्थिति संतोषजनक नहीं है। वैसे ईपीएफओ के...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.