कुशीनगर, जून 18 -- कुशीनगर, हिन्दुस्तान टीम। जिले के सीएचसी और पीएचसी पर एक्सरे सुविधा महज कागजों तक सिमटकर रह गई है। अधिकतर सीएचसी पर एक्सरे मशीनें तो हैं, लेकिन प्लेट नहीं होने या बिजली आदि की समस्या का हवाला देकर मरीजों को बैरंग लौटा दिया जाता है। मरीजों को मामूली चोट या जांच के लिए भी निजी सेंटर या मेडिकल कॉलेज के तरफ रुख करना पड़ता है। मेडिकल कॉलेज पहले ही ओवरलोड चल रहा है। यहां आये दिन दो से ढाई सौ मरीज एक्सरे कराने पहुंचते हैं। मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज एक्सरे के लिए पहुंचते हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग होते हैं जो सीएचसी या पीएचसी से लौटा दिये गए हों। इससे न सिर्फ मेडिकल कॉलेज पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा है, बल्कि मरीजों को भी आर्थिक व शारीरिक कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ता है।

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