एटा, मई 15 -- जनपद को वर्ष 2025 दिसंबर तक टीबी मुक्त करने के लिए राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सभी समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अतिगंभीर क्षयरोगियों को दो-दो बेड पर भर्ती कर उपचार देने की व्यवस्था की गई है। सीएमओ डा. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जनपद में अब अति गंभीर क्षयरोगियों को सभी सीएचसी, पीएचसी पर उपचार किया जाएगा। अभी तक स्वास्थ्य केन्द्र पर गंभीर रोगियों को मेडिकल कालेज, जनपद स्तर पर रेफर किया जाता था। डिफ्रेंशियेट टीबी केयर लागू होने से अति गंभीर क्षय रोगियों को राहत मिलेगी। सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डिफ्रेंशियेट टीबी केयर वार्ड बनाया गया है। इसमें दो बेड अति गंभीर क्षयरोगियों के लिए आरक्षित किए गए हैं। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डिफ्रेंशियेट केयर वा...