मिर्जापुर, मार्च 6 -- अहरौरा। सूबे की सरकार जहां बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने का वादा कर रही है, वहीं मड़िहान विधायक और सूबे के पूर्व मंत्री के गोंद लिए सीएचसी अहरौरा की सेहत में जरा भी सुधार नहीं आया है। किलर रोड के नाम से कुख्यात वाराणसी-शक्तिनगर रोड नरायनपुर से सुकृत के मध्य अहरौरा समुदायिक स्वस्थ्य केंद्र रात में डॉक्टरविहीन रहता है, जबकि स्वस्थ्य केंद्र पर छह डॉक्टरों की नियुक्ति है, लेकिन प्रतिदिन सरकारी नौकरी करने के बाद वे बनारस चले जाते हैं। उधर, किलर रोड पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। कहते हैं हादसे में घायल को समय से उपचार मिल जाए तो उसकी जिंदगी बचाई जा सकती है, लेकिन यहां तो डॉक्टर ही नहीं रहते। यही वजह है कि गुरुवार को सड़क हादसे में घायल होकर पहुंचने पर सुबह आठ बजे वार्ड ब्वाय और फार्मासिस्ट मरहमपट्टी और दर्द निवा...