वडोदरा, जुलाई 10 -- गुजरात के वडोदरा में एक पुल के टूट जाने और नदी में गाड़ियों समेत गिरने के बाद कई लोगों की मौत की खबर से भले ही आप चौंक गए होंगे, लेकिन स्थानीय लोग इस हादसे से गमगीन तो हैं पर चकित नहीं। 40 साल पुराना यह पुल कई सालों से जर्जर हालत में था। ऐसा भी नहीं है कि शासन-प्रशासन को इसकी खबर नहीं थी। बकायदा लेटर लिखकर, रिमाइंडर भेजकर सिस्टम को जगाने और पुल पर आवाजाही बंद करने की गुजारिश की गई, लेकिन शायद उन्हें मौत, मातम और चीत्कार का ही इंतजार था। वडोदरा और आणंद जिले को जोड़ने वाला यह पुल माही नदी पर 1985 में बना था। वडोदरा के पादरा तालुका के गंभीराा और मुजपुर गांव के बीच बना पुल बुधवार दोपहर बीच से टूट गया। हादसे में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई। अब यह सामने आया है कि स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन को जगाने की कोशिश की, लेकिन...