लखनऊ, जून 19 -- सिविल अस्पताल के सर्जरी के डॉक्टरों ने आजमगढ़ की महिला की हार्निया और सुलतानपुर की मरीज के गर्भाशय का जटिल ऑपरेशन कर नया जीवन दिया है। आजमगढ़ की मरीज की दो बार स्थानीय अस्पतालों में ऑपरेशन हुआ था, लेकिन वह सफल नहीं रहा। अब दोनों महिलाएं स्वस्थ हैं। सिविल के निदेशक, सीएमएस ने ऑपरेशन करने वाली टीम की सराहना की है। दो बार कराया ऑपरेशन, नहीं मिली राहत आजमगढ़ की महिला मरीज प्रीति (35) को इंसीजनल हार्निया था। उन्होंने सिविल की ओपीडी में डॉ. आनंद मिश्रा को दिखाया। डॉ. आनंद ने बताया कि महिला की आगे की पेट की मांसपेशियां पूरी तरह गायब थी। आंत सिर्फ चमड़ी के सहारे रुकी हुई थी। मरीज का आजमगढ़ के निजी अस्पताल में पहले ही दो बार ऑपरेशन किया जा चुका था लेकिन समस्या भी और अधिक बढ़ गई थी। ऑपरेशन में दो लाख रुपए का खर्च भी हुआ था। सिविल की...