रांची, दिसम्बर 7 -- सिल्ली, प्रतिनिधि। प्रखंड के मैसूडीह गांव में एक अनूठी शादी देखने को मिली, जहां दूल्हे जीतेंद्र महतो ने बैलगाड़ी से बारात निकालकर कुड़मी समाज को फिजूलखर्ची से बचने और पूर्वजों की परंपराओं को जीवित रखने का प्रेरणादायक संदेश दिया। यह पारंपरिक बैलगाड़ी बारात लगभग तीन किमी तक गई, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल बन गया। बैलगाड़ी को सुंदर तरह से सजाया गया था और अन्य बाराती भी बैलगाड़ी पर ही सवार थे। गांव की गलियों से गुजरती इस अनोखी बारात में ढोल-धमाके, लोकधुन और पारंपरिक वेशभूषा में सजे बाराती सांस्कृतिक रंग में रंगे दिखाई दिए, जिन्होंने ग्रामीणों का ध्यान अपनी ओर खींचा। शादी पूरी तरह से सादगीपूर्ण थी जिसकी सभी ने तारीफ की। शनिवार देर रात बारात टुटकी गांव में वधू पक्ष के हरीश महतो के घर पहुंची, जहां लोगों ने उत्साह क...