प्रयागराज, मई 1 -- प्रयागराज। साहब दो साल पहले पति की मौत हो गई। घर में खाने की व्यवस्था मजदूरी से हो रही है। आधा अधूरा पेट भरता है। पारिवारिक पेंशन योजना के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक कभी तहसील से ब्लॉक और कभी ब्लॉक से मुख्यालय का पता बताया जा रहा है। सहज जनसेवा केंद्र पर हर महीने जाते हैं शायद अब पैसा आ जाए, लेकिन नहीं आया। हाथ जोड़ रहे हैं, हमारा पैसा दिलवा दीजिए। यह कहना है डेराबारी की मिथिलेश कुमारी की। जिनके पति की दो साल पहले मौत हो गई। आज भरण पोषण भी नहीं हो पा रहा है। शिवराजपुर निवासी कमलेश देवी के पति की मौत दो साल पहले हुई। मजदूरी करके पेट पालने वाली महिला एक बार में एक किलो नमक भी नहीं ले पा रही हैं। घर में बच्चे हैं। मजदूरी करके पैसा आ रहा है। अगर पारिवारिक पेंशन योजना का पैसा मिल जाए तो कम से कम एकमुश्त राशन ही आ जाए लेक...