वाराणसी, दिसम्बर 4 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। पापों शमन के लिए काशी की पौराणिक अंतरगृही परिक्रमा यात्रा शुक्रवार को आरंभ हुई। बोरे-झोले में गृहस्थी का सामान सिर पर रखकर आस्थावानों का हुजूम नंगे पांव काशी की परिक्रमा के लिए निकल पड़ा। सिर पर गठरी, कंधे पर झोला लिए परिक्रमा पथ पर निकलीं महिलाओं की कतारें शहर के अलग-अलग हिस्सों में दिखीं। महिलाओं ने शिद्दत से परंपरा का निर्वाह किया। तेजी से हुए शहरीकरण में बाद बची-खुची जगह में तीर्थयात्रियों के कुछ समूह ने दोपहर बाद गोहरी पर भोजन भी पकाया। हालांकि ज्यादातर महिलाएं अब पहले से पके खाद्य लेकर यात्रा में शामिल होने लगी हैं। चौकाघाट से अंधरापुल के बीच बनाए गए रैन सबेरों में भी महिलाओं ने विश्राम किया। जैसे-जैसे दिन ढलता गया महिलाओं की भीड़ बढ़ती गई। अत्यधिक भीड़ से अंधरापुल से चौकाघाट के बीच शा...