रामपुर, अक्टूबर 22 -- स्वास्थ्य विभाग में जितनी पैथोलाजी लैब का पंजीकरण है, उससे छह गुना अधिक लैब फर्जी तरीके से चल रही हैं। इन पर न ही खून जांच के कोई मानक हैं और न ही जांच के नाम पर मरीजों से लिए जाने वाले दाम तय है। डेंगू-मलेरिया के इस दौर में अक्सर लोग इन लैब पर खून की जांच कराने पहुंचते हैं, मगर इनकी रिपोर्ट पर वे ही डाक्टर भरोसा कर रहे हैं, जिनको लैब के माध्यम से अच्छा खासा कमीशन मिल रहा है। जिले भर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से अपंजीकृत पैथोलाजी लैब का धंधा खूब फल फूल रहा है। इन लैब में खून की जांच के नाम पर मरीजों से रुपये वसूलने का काम किया जाता है। जिसमें जांच लिखने वाले डाक्टर और जांच करने वाले एलटी इन दोनों की बराबर की हिस्सेदारी होती है। आंकड़ों पर गौर करें तो स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में जिले भर में 49 पै...