मधेपुरा, अप्रैल 25 -- सिंहेश्वर, निज संवाददाता। प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मश्रिा ने कहा गुरुवार को अपनी कथा के दौरान कहा कि शिव जी को पाने के लिए कोई मंत्र- मंत्र की जरूरत नहीं होती। शिव को सर्फि भाव से प्राप्त किया जा सकता है। शिव को प्राप्त करने के लिए सर्फि भाव की पवत्रिता की आवश्यकता होती है। कथावाचक ने सबरी और भगवान राम के प्रसंग के माध्यम से भक्ति की नश्छिल भावना का वर्णन किया। सबरी भले ही कुछ पढ़ी लिखी नहीं थी लेकिन उसने राम जी को हृदय में बिठा लिया था। माता साबरी तंत्र- मंत्र कुछ नहीं जानती थी। बस मातंक बाबा ने कह दिया था कि एक दिन राम उसके द्वार आएंगे। भगवान राम के आने की प्रतीक्षा में वह दरवाजे पर झाडू लगाती रही। माता सबरी का वश्विास एक दिन फलीभूत हो गया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव हर भक्त को एक मौका जरूर देते हैं। मेहनत करने...