फतेहपुर, नवम्बर 13 -- फतेहपुर। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद पहली बार सीधे तौर पर आरोपी बनाए एआरटीओ दफ्तर के अधिकारियों का दामन भ्रष्टाचार की कालिख से दागदार हो गया है। मोरंग वाहनों के अवैध परिवहन के लिये एआरटीओ के लिये होने वाली इंट्री के अलावा भी हर दिन करीब डेढ़ लाख की अवैध वसूली है। फाइल से लेकर लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, ट्रासंर्फर सहित सभी कामों के लिये रेट फिक्स है। एसटीएफ के एसआई अमित कुमार तिवारी की तरफ से रायबरेली के लालगंज कोतवाली में दर्ज हुई एफआईआर में एआरटीओ प्रशासन व प्रवर्तन पुष्पांजली मित्रा गौतम, उनके चालक सिकंदर, यात्रीकर अधिकारी (पीटीओ) अखिलेश चतुर्वेदी, उनके चालक अशोक तिवारी का नाम शामिल है। वहीं थरियांव थाने में दर्ज कराई गए एफआईआर में एआरटीओ दफ्तर के चालक बबलू पटेल का नाम शामिल है। कार्रवाई की जद में आया एआरटीओ दफ्तर अब सवाल...