संभल, अक्टूबर 16 -- सिरसी में वर्षों पुराना एंब्रॉयडरी उद्योग आज भी हजारों लोगों की आजीविका का आधार बना हुआ है। करीब 3000 से 4000 महिलाएं इस उद्योग से जुड़ी हुई हैं और घर-घर हाथ की सुई से कढ़ाई का कार्य किया जा रहा है। महिलाओं को इस काम के बदले प्रतिदिन 400 से 500 रुपये की मजदूरी मिलती है, जिसमें वे 10 से 12 घंटे मेहनत करती हैं। यह एंब्रॉयडरी कार्य दो प्रमुख श्रेणियों में बंटा है-बुटीक और एक्सपोर्ट क्वालिटी। साड़ियों व सूटों को कट दाना, तीखी जैसी तकनीकों से सजाया जाता है और बेहतरीन हाथ की कढ़ाई की जाती है। सिरसी में लगभग 30-40 कारखाने चल रहे हैं, जहां पुरुष व महिलाएं कार्यरत हैं।हालांकि, मजदूरी कम होने के कारण इन कारीगरों को महंगाई के दौर में बचत नहीं हो पाती। कुछ कारीगर पंजाब जैसे राज्यों में जाकर इसी काम के लिए 1000 तक की दिहाड़ी कमा रह...