लखनऊ, दिसम्बर 10 -- आरोपियों को शह देने वालों पर भी नजर बर्खास्त सिपाही को बचाने में लगे रहे पुलिसकर्मियों की भी जांच होगी सभी जांच एजेंसियों से मांगा अब तक की कार्यवाई का ब्योरा लखनऊ, विशेष संवाददाता सिरप प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआईटी कई बिन्दुओं पर अपनी कार्रवाई आगे बढ़ाएगी। एसआईटी जांच में यह भी देखेगी कि पिछले साल जांच के बाद दर्ज एफआईआर में पूर्व सांसद का करीबी बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह, अमित टाटा का नाम विवेचना में सामने आ चुका था, फिर भी इसे दबाए क्यों रखा गया। उसे बचाने में लगे रहे पुलिस कर्मियों की भूमिका का भी पता लगाया जाएगा। इसके साथ ही फर्जी फर्म और फर्जी ई-बिल से कितने करोड़ रुपये की तस्करी की गई, इसके लिए जीएसटी विभाग से पूरा ब्योरा ले लिया गया है। शासन ने इस प्रकरण के तूल पकड़ने पर आईजी एल. कुमार के नेतृत्व में तीन सदस...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.