छपरा, अक्टूबर 10 -- लहलादपुर, एक संवाददाता। देश की राजनीति आज उस दौर से गुजर रही है, जहां जनसेवा का अर्थ धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। हिन्दुस्तान के डिजिटल संवाद में शुक्रवार को लोगों ने सियासत में बढ़ते भ्रष्टाचार पर अपनी राय व्यक्त की। लोगों ने कहा कि सियासत में बढ़ता भ्रष्टाचार अब जनता के विश्वास पर गहरा प्रहार कर रहा है। विकास योजनाओं से लेकर सरकारी परियोजनाओं तक, हर स्तर पर घोटाले और कमीशनखोरी की खबरें आम हो गई हैं। सत्ता पाने की होड़ में ईमानदारी और पारदर्शिता जैसे शब्द अब दुर्लभ लगते हैं। विकास के नाम पर जनता से बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर परिणाम नदारद है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं भी भ्रष्टाचार की जकड़ में हैं। यही कारण है कि जनता अब सियासत से दूरी बनाती नजर आ रही है। जनता के बी...