सिमडेगा, सितम्बर 8 -- सिमडेगा, प्रतिनिधि। हाल के वर्षों में जिले में ई-वाहनों की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ी है। बढ़ती महंगाई और रखरखाव की लागत के बाद ई-वाहन बेहतर विकल्प बनकर उभर रहे हैं। परिवहन के साधन के रूप में खासकर ई-रिक्शा यानी की टुकटुक अब शहर और कस्बों की सड़कों पर आम दृश्य बन गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक फिलहाल जिले की सड़कों पर लगभग ढाई सौ से अधिक ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं। इससे न केवल लोगों की यात्रा आसान हुई है, बल्कि रोज़गार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं। ई-वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए जिले में ई-वाहनों के कई नए शोरूम भी खुल चुके हैं। वाहन विक्रेता मो शरीफ खान का कहना है कि पेट्रोल-डीज़ल की तुलना में ई-वाहन की चार्जिंग लागत बेहद कम आती है। वहीं रखरखाव पर भी ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता। यही कारण है कि आम परिवारों से लेकर व्यवस...