बरेली, अप्रैल 1 -- शीतला माता को समर्पित बसोड़ा का पावन त्योहार इस बार दो अप्रैल मंगलवार को मनाया जाएगा। इस पर्व को होली के आठवें दिन अष्टमी को मनाया जाता है। इसलिए इस पर्व को शीतला अष्टमी भी कहते हैं। 27 नक्षत्रों में 20 वां नक्षत्र पूर्वाषाढ़ इस त्योहार पर विद्यमान रहेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्र के मुताबिक इस नक्षत्र के स्वामी शुक्र ग्रह हैं साथ ही इस नक्षत्र में जल की उपासना की जाती है। जल को शीतलता का कारक माना गया है। ज्योतिष के अनुसार जल के देवता वरुण देव है अर्थात इस नक्षत्र में पूजन-अर्चन करने से शीतलता, शांति और उन्नति प्राप्त होती है। इसलिए इस बार यह पर्व और अधिक सिद्धि दायक और मंगलकारी हो जाता है। यह त्योहार विभिन्न बीमारियों को ठीक करने में मदद करने वाला माना जाता है। जो लोग किसी बीमारी से ग्रसित है। ऐसे लोगों को यह पर...