दरभंगा, नवम्बर 12 -- डॉ. सुनीलदरभंगा। प्राकृतिक घटनाओं की व्याख्या करने वाले संभावित विचार ही सिद्धांत में परिणित होते हैं। जब सिद्धांत सिद्ध हो जाता है तो वह विज्ञान में बदल जाता है। लनामिवि के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ. सुनील कुमार सिंह ने उक्त बातें कही। खगोलशास्त्र में कार्ल सैगन का योगदान विषयक संगोष्ठी में डॉ. सिंह ने कहा कि हम तारों से बने हैं। हम ब्रह्मांड के लिए स्वयं को जानने का एक माध्यम हैं। हमारे डीएनए में नाइट्रोजन, हमारे दांतों में कैल्शियम, हमारे खून में आयरन, ये सब टूटते तारों के अंदरूनी हिस्सों में बने हैं, जो आज भी हमारे शरीर मे विद्यमान है। अध्यक्षता करते हुए डॉ. मनुराज शर्मा ने कहा कि कार्ल सैगन ने ब्रह्मांड के कई गुत्थियों को सुलझाने का काम किया है। सैगन ...