वाराणसी, मई 13 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। वैशाख पूर्णिमा पर दशाश्वमेध घाट स्थित श्रीबड़ी शीतला माता के दरबार में भक्तों का रेला रहा। माता शांत और शीतल रहें इसके निमित्त जलाभिषेक की अखंड धार चढ़ाई गई। रोग-व्याधि से मुक्ति की गुहार भक्तों ने माता से लगाई। मध्याह्न तक अभिषेक के बाद माता का हर वर्ष की तरह चंदन शृंगार किया गया। चंदन का लेप लगाने के बाद गेंदा, दौना, गुलाब, अड़हुल आदि पुष्पों और नीम की पत्तियों से शृंगार किया गया। विभिन्न आभूषण चढ़ाकर हलुवा, पूड़ी और चना का भोग लगाया। अनुष्ठान महंत शिवप्रसाद पांडेय के सानिध्य में उप महंत पं. अविनाश पांडेय ने कराया। यही एकमात्र तिथि है जब सामान्य भक्तों को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति होती है। महंत पं. शिवप्रसाद पांडेय लिगिंया महाराज के आचार्यत्व में भोर में मंगला आरती के बाद महंत परिवार ने माता...