गिरडीह, दिसम्बर 11 -- पीरटांड़, प्रतिनिधि। जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर में धार्मिक कार्यक्रमों की धूम मची है। गगनभेदी मंत्रोच्चार के साथ सम्मेदशिखर महामंडल विधान से मधुबन का माहौल भक्तिमय हो उठा है। आचार्य सम्भव सागर जी महाराज के प्रेरणा व साध्वी चैतन्य मति माता जी के सानिध्य में धार्मिक विधियां पूरी की गई। जानकारी के अनुसार, आचार्य गुरुवर सौरव सागर जी महाराज के आशीर्वाद से प्रत्येक वर्ष हजारों तीर्थयात्री सम्मेदशिखर दर्शन वंदन को आते हैं। आचार्य श्री के आशीर्वाद से दिल्ली गाजियाबाद समेत विभिन्न राज्यों से ग्यारह सौ तीर्थयात्री का मधुबन आगमन हुआ है। संस्थान द्वारा सभी तीर्थयात्रियों को सम्मेदशिखर की नि:शुल्क यात्रा कराई जाती है। इस दौरान श्रद्धा भाव से सम्मेदशिखर वंदना के बाद बुधवार को सौर...