संभल, अप्रैल 10 -- चन्दौसी। सिंथेटिक मेंथा के कारण मेंथा व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि सिंथेटिक मेंथा सस्ता है और प्राकृतिक मेंथा के बाजार को नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे व्यापारी और किसान दोनों परेशान हैं। सिंथेटिक मेंथा ने तेल के बाजार को प्रभावित किया है। इससे मेंथा का कारोबार लगातार कम होता जा रहा है। मेंथा कारोबारी अब अन्य कारोबार की ओर रूख करने लगे हैं। किसान के साथ व्यापारियों को सरकार से राहत की आस है। देश में सर्वाधिक मेंथा की खेती उत्तर प्रदेश में होती है। प्रदेश के बाराबंकी के अलावा अयोध्या, अंबेडकरनगर, लखनऊ, रामपुर, संभल, चन्दौसी, मुरादाबाद, बदायूं, बरेली, पीलीभीत आदि जिलों के 20 लाख से ज्यादा किसान नकदी फसल के तौर पर मेंथा की खेती करते रहे हैं। सालाना लगभग 50 हजार टन मेंथा तेल के उत्पादन में किसानों के साथ ही पांच ला...