जम्मू, जुलाई 19 -- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) एक ऐतिहासिक भूल थी और इस पर रोक लगाना पाकिस्तान को करारा जवाब है और इस कदम से केंद्र शासित प्रदेश को काफी लाभ होगा, जिससे वह अपनी वास्तविक जल विद्युत क्षमता का दोहन कर सकेगा। उपराज्यपाल ने कहा, ''भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं हो सकती तथा आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं हो सकते।'' उन्होंने कहा, ''सिंधु जल संधि पर रोक लगाना पाकिस्तान के लिए एक उचित जवाब है और इसके दूरगामी परिणाम होंगे, क्योंकि वह सिंधु नदी प्रणाली पर निर्भर है।'' यहां संत कुमार शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक 'सिंधु जल संधि-तथ्यों का प्रतिबिंबन' का विमोचन करते हुए उपराज्यपाल ने इस संधि के विभिन्न ऐतिहासिक पहलुओं को ...