जयपुर, अप्रैल 27 -- पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है। इस फैसले ने जहां राष्ट्रीय स्तर पर सख्त संदेश दिया है, वहीं पश्चिमी राजस्थान के रेतीले धोरों के लिए भी एक नई उम्मीद की किरण फूटी है। सूबे के सांसदों और विधायकों को उम्मीद जगी है कि अब चिनाब, झेलम, रावी, व्यास, सतलुज और घग्गर नदियों के पानी को मोड़कर पश्चिमी राजस्थान की प्यासी धरती तक पहुंचाया जा सकता है। इन नदियों के पानी की डिमांड को लेकर ओसियां विधायक भेराराम सियोल ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने पश्चिमी राजस्थान के सांसदों और विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक पत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजा है। इस पत्र में मांग की गई है कि जिस तरह पूर्वी राजस्थान के लिए ईआरसीपी (ERCP) परियोजना की आधारशिला रखी गई, ठीक वैसे ह...