लखनऊ, अगस्त 28 -- लखनऊ, संवाददाता। आशियाना स्थित महाराजा बिजली पासी राजकीय पीजी कॉलेज में शब्दों की शक्ति: सामाजिक बदलाव में साहित्य एक औजार की तरह विषय पर व्याख्यान हुआ। मुख्य अतिथि डीडीयू गोरखपुर विवि में अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर अजय कुमार शुक्ल ने कहा कि शब्द केवल ध्वनियां नहीं, अदृश्य शक्तियां हैं। जो इतिहास गढ़ती, समाज को दिशा देती और पीढ़ियों को प्रेरित करती हैं। शब्द कभी मरहम बनते, कभी घाव देते, कभी क्रांति की ज्वाला भड़काते और कभी युद्ध को शांति में बदल देते हैं। साम्राज्य ढ़ह जाते हैं, राजसत्ता बदल जाती है, लेकिन साहित्य और कवियों के शब्द अमर रहते हैं। प्रोफेसर शुक्ल ने कहा कि साहित्य केवल मनोरंजन या अभिरुचि का विषय नहीं है, बल्कि यह समाज का दर्पण और जीवन का दीपक भी है। उन्होंने चौसर की कैंटरबरी टेल्स में समाज की सच्चाइयों का च...