नई दिल्ली, फरवरी 24 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता राजधानी में आयोजित साहित्य संगीत और कला का उत्सव जश्न-ए-अदब के आखिरी दिन बड़ी संख्या में दर्शकों ने हिस्सा लिया। साहित्य उत्सव के चौदहवें संस्करण के समापन अवसर पर दर्शक गजल और नृत्य सहित अन्य कार्यक्रम देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। राज कपूर के शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक विशेष चर्चा आयोजित की गई। आवारा हूं सत्र में निरुपमा कोटरू, पवन झा और अजय चौधरी ने डॉ. अमना मिर्जा के साथ राज कपूर के जीवन से जुड़े रोचक किस्से साझा किए। समवेत सभागार में अरविंद गौड़ के निर्देशन में अंधा युग नाटक का मंचन भी किया गया। महफिल ए गजल में जहां एक तरफ गजल गायक जावेद हुसैन ने अपनी सुरमयी गायकी से समां बांध दिया। वहीं प्रसिद्ध कथक गुरु शोवना नारायण ने अपनी अनुपम नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों को मोहित किया। कवि गोपालदास नीरज...