हल्द्वानी, अप्रैल 20 -- हल्द्वानी, संवाददाता। क्रिएटिव उत्तराखंड म्योर पहाड़ संस्था की ओर से 'हिमालय का कथानक विषय पर रविवार को जोहार मिलन केंद्र सभागार में साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन किया। यह कार्यक्रम वरिष्ठ साहित्यकार गजेंद्र सिंह पांगती के लेखन और जीवन पर आधारित रहा। पागती के साहित्य पर चर्चा के साथ उनका नागरिक अभिनंदन किया गया। इस दौरान गजेंद्र पांगती ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 'साहित्य दिल से लिखा जाता है, दिमाग से तो इतिहास बनता है। मुख्य अतिथि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग देहरादून के अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया ने गजेंद्र सिंह पांगती के साहित्य को सभ्यता का प्रतीक बताया और नरेन्द्र सिंह जंगपांगी ने उन्हें संस्कृति और साहित्य का द्योतक कहा। लेखक प्रभात उप्रेती ने पांगती को श्रेष्ठ साहित्यकार बताया। डॉ. प्रयाग जोशी ने कहा कि उनके लेख...