वाराणसी, नवम्बर 26 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। साहित्यिक पर्यावरण श्रेष्ठ साहित्य सृजन की आधार भूमि है। इस दिशा में साहित्यकारों की भूमिका महत्वपूर्ण है। ये बातें ईश्वरगंगी स्थित सोच-विचार पत्रिका कार्यालय में बुधवार को हुई गोष्ठी में वक्ताओं ने कहीं। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.जितेंद्रनाथ मिश्र के जन्मदिन पर साहित्यिक संघ की ओर से आयोजित गोष्ठी का विषय 'हिंदी साहित्य में पर्यावरण' रहा। मुख्य अतिथि दयानिधि मिश्र ने साहित्यिक पर्यावरण के निर्माण का आह्वान करते हुए चार दशक पहले काशी के साहित्यिक वातावरण की चर्चा की। डॉ.रामसुधार सिंह ने तत्कालीन साहित्यिक वातावरण को लेकर ठाकुर प्रसाद सिंह के योगदान का स्मरण किया। प्रो.इंदीवर पांडेय ने साहित्यिक संघ की सुदीर्घ परंपरा को याद किया। इस परंपरा को पुनर्जीवन देने में साहित्यिक पर्यावरण रचने में डॉ.जितें...