उत्तरकाशी, फरवरी 26 -- साहित्यकार महावीर रवांल्टा 'मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण' से सम्मानित किया गया। साहित्य की विभिन्न विधाओं में अपने लेखन के जरिए विशिष्ट पहचान बना चुके साहित्यकार महावीर रवांल्टा को प्रज्ञा हिन्दी सेवार्थ संस्थान ट्रस्ट-फिरोजाबाद (उप्र) द्वारा पद्मभूषण दादा बनारसी दास चतुर्वेदी स्मृति- 'मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण' से सम्मानित किया गया है। महावीर रवांल्टा को यह सम्मान उनकी नाट्य कृति 'एक प्रेमकथा का अंत' के लिए दिया गया, जो रवांई क्षेत्र की सुप्रसिद्ध लोकगाथा 'गजू-मलारी' पर आधारित है। महावीर रवांल्टा को गंठमाला, स्मृति चिन्ह, श्रीफल, अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र के साथ ही फिरोजाबाद में निर्मित बर्तन व चूड़ियों के साथ स्मारिका तथा सम्मान राशि का चेक भेंट किया गया। यह सम्मान उन्हें बच्चू बाबा सरस्वती विद्या मं...