हरिद्वार, जुलाई 5 -- कांवड़ यात्रा सिर्फ हरकी पैड़ी से गंगाजल भरकर ले जाना ही नहीं है बल्कि बुजुर्गों की सेवा करना भी है। कई श्रद्धालु अपने बुजुर्ग माता-पिता को सावन में गंगा स्नान करवाने लाते हैं और कांवड़ की तरह उन्हें पालकी में बैठाकर यात्रा करते हैं। ऐसे ही एक महिला अपने बच्चों के साथ अपनी बुजुर्ग सास को गंगा स्नान करवाकर और पालकी में बैठाकर 200 किमी लंबी यात्रा कर रही। हापुड़ निवासी आरती ने हरकी पैड़ी से गंगाजल भरकर अपनी बुजुर्ग सास ऊषा देवी को अपनी बेटी लवी और भतीजे हिमांशु भतीजी राशि की मदद से गंतव्य की ओर प्रस्थान किया।

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