बागपत, जुलाई 15 -- अषाढ पूर्णिमा के साथ शुक्रवार से सावन माह की शुरुआत हो गई है। सावन के तीस दिनों में चार सोमवार के अलावा पंद्रह व्रत व त्योहार पड़ेंगे। 29 को नागपंचमी पड़ेगी, जबकि सावन की पूर्ण आहुति रक्षाबंधन को होगी। ज्यौतिषाचार्य गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि सावन माह की उत्पति श्रावण नक्षत्र से हुई है। इस नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा जो भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान हैं। बताया कि सावन माह में चार सोमवार पड़ेंगे। चार जुलाई, 14 जुलाई, 21 जुलाई और 28 जुलाई को सावन के सोमवार पड़ रहे है। सावन माह में प्रमुख रूप से 27 जुलाई को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाएगा। 29 जुलाई को नागपंचमी है। 31 जुलाई को गोस्वामी तुलसीदास और मुंशीप्रेमचंद्र की जयंती है। नौ अगस्त को रक्षाबंधन और श्रावणी कर्म एक दिन पड़ रहा है। भादों मास में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा।...