नई दिल्ली, अगस्त 3 -- भगवान शंकर को सर्वाधिक प्रिय श्रावण मास का चौथा व अंतिम सोमवार चार अगस्त यानी कल है। सावन के सोमवार का बहुत अधिक महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार का दिन भोलेशंकर को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना की जाती है। सावन के अंतिम सोमवार पर कई तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं। सुबह 7 बजकर 4 मिनट से सुबह 9 बजकर 12 मिनट तक ऐन्द्र योग, रवि योग व सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। दोपहर से (प्रदोष काल एवं रात्रिकाल) में एकादशी तिथि भी लग जाएगी। आइए जानते हैं सावन के अंतिम सोमवार पर कैसै करें पूजा-अर्चना: पूजा-विधि: इस पावन दिन सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। दीप जलाने के बाद सभी देवी- देवताओं का गंगा...