भानुमति नरसिम्हन, जुलाई 15 -- श्रावण का महीना अपने बड़ों की और ज्ञान की बातें सुनने तथा उसमें डूबने का समय है। पार्वती ने इसी महीने शिव को पाने के लिए तपस्या की थी। यह महीना अपने भीतर जाकर अपने अंतस के शिव तत्व से मिलने का समय है। स्वयं शिव तत्व हो जाने का समय है। शिव यानी चिंतन, उत्साह और उत्सव सब साथ-साथ। संस्कृत में श्रवण का अर्थ है- 'सुनना।' यह ज्ञान को अपने जीवन में समाहित करने का पहला चरण है। हम सुनते हैं (श्रवण), फिर उसे बार-बार स्मरण करते हैं (मनन)और फिर वह ज्ञान हमारे जीवन में एक निधि के रूप में समाहित हो जाता है (निधिध्यास)।शक्ति बिना शिव भी शव यह महीना अपने बड़ों की और ज्ञान की बातें सुनने और ज्ञान में डूबने का समय है। पार्वती ने इसी महीने शिव की पूजा की थी। उन्होंने शिव को पाने के लिए तपस्या की थी। यह महीना अपने भीतर जाकर अपने...
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