उन्नाव, मार्च 3 -- उन्नाव, संवाददाता। शहर में इन दिनों किशोर सड़कों पर ई-रिक्शा दौड़ा रहे हैं। ये खुद तो हादसे का शिकार होंगे ही, साथ में दूसरे भी इनकी चपेट में आकर काल का ग्रास बन सकते हैं। इसका मुख्य कारण किशोरों का वाहन चलाने में अप्रशिक्षित होना है। खास बात यह है कि इनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है। इसके बाद भी शहर का कोई कोना ऐसा नहीं बचा है, जहां ये किशोर ई-रिक्शा चलाते न दिख जाएं। इसको लेकर आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान ने पड़ताल की तो देखा जिम्मेदार अधिकारी भी इन्हें देखकर अनदेखा कर देते हैं। प्रदूषण पर नियंत्रण कसने के लिए सरकार ने ई-रिक्शाओं को बढ़ावा दिया था। अब धीरे-धीरे इनकी संख्या में ऐसा इजाफा हुआ कि यह सफर में ही आफत बन बैठे हैं। अधिकांश संख्या होने से हर तरफ का यातायात जाम के साए में रहता है। पहले यह नगर तक सीमित थे, ल...
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