मुरादाबाद, अप्रैल 7 -- गर्मी का मौसम आते ही आग की घटनाएं भी शुरू हो गई हैं। इस बार अप्रैल के पहले सप्ताह अर्थात चैत्र मास में ही जेठ-बैसाख जैसी गर्मी पड़नी शुरू हो गई है। ऐसे में सबसे अधिक खतरा ग्रमीण क्षेत्र में किसानों के तैयार फसल को है, जहां कभी शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी तो कभी धूम्रपान करने वालों की थोड़ी से लापरवाही से आग लग जाती है। तेज गर्मी और लू के बीच लगने वाली आग पल भर में किसानों की महीनों की मेतनत से तैयार फसल को स्वाहा कर दे रही है। मुरादाबाद जिले की बात करें तो अकेले जिला मुख्यालय पर प्रतिदिन आग की चार से छह सूचनाएं आ रही हैं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी केके ओझा की मानें तो किसान और ग्रामीण थोड़ी सावधानी बरत कर अपनी मेहनत से उगाई गई फसल को सुरक्षित रख सकते हैं।

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