बरेली, अगस्त 5 -- हर घर तिरंगा अभियान के तहत 2.55 लाख तिरंगें बनाने वाले 65 महिला स्वयं सहायता समूहों को लगभग साल भर बाद 51 लाख रुपए का भुगतान हो पाया है। पिछले वर्ष हर घर तिरंगा अभियान में महिला स्वयं सहायता समूहों ने बड़ी भूमिका निभाई थी। एनआरएलएम से जुड़े 65 समूहों की महिलाओं ने 2.55 लाख तिरंगे तैयार किए थे। इन लोगों को 20 रुपये प्रति झंडा के हिसाब से भुगतान होना था। भुगतान संबंधी स्पष्ट आदेश न होने के चलते समूह का पैसा अटक गया। मुख्य विकास अधिकारी ने इसका संज्ञान लिया तब मामला शासन तक पहुंचा। खुद डीएम ने भी मई में एक पत्र अपर मुख्य सचिव को भेजा। अब जाकर 51 लाख रुपये का भुगतान हो पाया है।

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