भागलपुर, दिसम्बर 11 -- भागलपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाए जाने वाला कालाष्टमी व्रत गुरुवार को मनाया जाएगा। यह व्रत भगवान भैरव को समर्पित होता है। जगन्नाथ मंदिर के पंडित समीर मिश्रा ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार कालाष्टमी व्रत रखने से हर प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वर्ष की अंतिम कालाष्टमी गुरुवार को पड़ रही है। उन्होंने बताया कि भगवान कालभैरव भगवान शिव का उग्र और रौद्र रूप ही हैं। मान्यता है कि शिवजी के प्रचंड क्रोध से इनकी उत्पत्ति हुई और काशी में इन्हें कोतवाल कहा जाता है। भैरव उपासना से कालसर्प दोष, पितृ दोष, ग्रह बाधा और शत्रु भय दूर होते हैं।

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