फरीदाबाद, सितम्बर 14 -- स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में बाढ़ का पानी भले ही उतर चुका हो, लेकिन इसका असर अब किसानों पर साफ नजर आ रहा है। बाढ़ से फसलें बर्बाद होने के कारण किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। उन्हें अब नुकसान से उबरने की चिंता सता रही सबसे ज्यादा दिक्कत उन किसानों को हो रही है, जो यमुना किनारे पट्टे पर जमीन लेकर खेती करते हैं। फसल बर्बाद होने के बावजूद उन्हें खेत का किराया देना है, जबकि सरकारी सहायता से वे वंचित हैं क्योंकि जमीन मालिक उन्हें मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत नहीं कराते। जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद जिले में करीब 30 हजार हेक्टेयर (75 हजार एकड़) भूमि पर खेती होती है, जिनमें से लगभग 10 हजार हेक्टेयर भूमि यमुना किनारे स्थित है। इन क्षेत्रों में ज्यादातर किसान अपनी जमीन पट्टे पर दे देते हैं, जबकि यूपी, बिहार आ...
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