चाईबासा, अक्टूबर 1 -- गुवा, संवाददाता। प. सिंहभूम के सारंडा वन क्षेत्र को वन्यजीव आश्रयणी (वाइल्ड लाइफ सेंचुरी) घोषित करने की तैयारी हो गयी है। इसे लेकर राज्य सरकार के पांच मंत्रियों का दल मंगलवार ग्रामीणों की राय जानने व संवाद करने सारंडा पहुंचा। छोटानागरा मैदान में आयोजित आमसभा में क्षेत्र के 56 गांवों के हजारों ग्रामीण जुटे और अपनी राय रखी। सभा में ग्रामीणों ने कहा कि सेंचुरी बनने पर उनकी जमीन, वनोपज और परंपरागत अधिकार से समझौता नहीं होना चाहिए। पारंपरिक पूजा स्थल और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की गारंटी मांगी गई। रोजगार को लेकर भी नाराजगी जताई गई। ग्रामीणों ने कहा कि बंद पड़ी खदानें चालू की जाएं और 100% रोजगार सारंडा के युवाओं को मिले। विस्थापन का डर सबसे बड़ी चिंता रही। प्रतिनिधियों ने पूछा कि यदि गांव उजड़ेंगे, तो पुनर्वास और मुआवजा क...