नई दिल्ली, मार्च 25 -- फोटो कैप्शन:: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में स्थित एशिया प्रसिद्ध सारंडा जंगल फ्लैग: साल का विशाल जंगल हाथी, तेंदुआ, भालू, हिरण आदि का बसेरा नंबर गेम - 82 हजार हेक्टेयर में फैले जंगल में लुप्त हो रहे हाथी और जैव विविधता - 300 से अधिक प्रजातियां पौधों की पहले जंगल में थीं, अब महज 87 हैं क्रॉसर... - पक्षियों और स्तनधारियों की कई प्रजातियां भी लुप्त होने की कगार पर हैं - अवैध खनन, नक्सल गतिविधि, प्रदूषण से जीव-जंतुओं का जीवन प्रभावित सारंडा संकट के पांच कारण लौह अयस्क का भंडार होने के कारण अवैध खनन खदानों के कारण बहुतायत में पेड़ों की कटाई होना खनन से जंगल में उपलब्ध पानी के स्रोतों का प्रदूषित होना जंगल में नक्सलियों का ठिकाना बनने से जानवरों को खतरा शहरीकरण, सड़क निर्माण, रेलवे लाइन के विस्तार से मुश्किल कंपनियों...
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