गंगापार, मई 13 -- पालपट्टी, हिन्दुस्तान संवाद। शासन के कड़े निर्देश और लोगों की शिकायतों और आवश्यकता के बावजूद भी गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों का ताला खुलने को तैयार नहीं है। पहले की तरह आज भी शौचालयों में ताले लटक रहे हैं। बताते चलें कि गांवों को स्वच्छ साफ और सुथरा बनाने की मंशा लिए शासन की ओर से करोड़ों रुपए खर्च करके गांवों में बनाए गए सामुदायिक शौचालय स्थानीय प्रशासन से लेकर तहसील प्रशासन के अधिकारियों के लापरवाही के चलते बेकार साबित हो रहे हैं। वजह है कि गांवों में बने शौचालयों में न तो सीट बैठाई गई है और न ही पानी की व्यवस्था ही की गई। शौचालयों में पूरे समय ताला लटकता रहता है। परिणाम स्वरूप गांव के लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। इसका जीता जागता उदाहरण विकासखंड मेजा के ग्राम पंचायत कौहट में बनाया गया सामुदायिक शौचालय...