गंगापार, अप्रैल 17 -- गांवों को स्वच्छ साफ और सुथरा बनाने की मंशा लिए शासन द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर गांवों में बनाए गए सामुदायिक शौचालय स्थानीय प्रशासन से लेकर तहसील प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही के चलते बेकार साबित हो रहे हैं। गांवों को स्वच्छ रखने के सपने पर पानी फिरता दिख रहा है। गांवों में बने शौचालयों में न तो सीट बैठाई गई है और न ही पानी की व्यवस्था की गई है। शौचालयों में पूरे समय ताला लटकता रहता है। परिणाम स्वरुप गांव के लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर है। इसका जीता जागता उदाहरण विकासखंड मजा के ग्राम पंचायत कोहाट में बनाया गया सामुदायिक शौचालय हैं जिसमें आज तक न हीं सीट बैठाई गई है और न ही पानी की उचित व्यवस्था ही की गई है। गांव निवासी बलराम पाल ने बताया कि गांव से लेकर तहसील प्रशासन तक कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी...