श्रावस्ती, मई 2 -- गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों को चालू रखने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की है। इसके लिए पंचायत निधि से हर माह नौ हजार रुपए खर्च किए जाते हैं। इसमें छह हजार रुपए केयर टेकर को दिया जाता है और तीन हजार रुपए का शौचालय साफ सफाई के सामान पर खर्च किया जाता है। लेकिन बंद शौचालयों पर केवल कागजों में खर्च किया जाता है।

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