लखनऊ, मई 4 -- बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता छात्र कल्याण टीम की ओर से विकसित भारत के निर्माण में शोध का योगदान विषय पर चर्चा हुई। यहां वक्ताओं ने शोध के महत्व, योगदान और पहलुओं पर जानकारी दी। युवाओं को नौकरी की तालाश के बजाय रोजगार सृजन के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष व कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने कहा कि शोधार्थियों को समाज की समस्याओं को प्राथमिकता में रखकर गुणवत्तापूर्ण शोध और अनुसंधान कर समावेशी समाज बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी तलाशने के बजाय रोजगार सृजन पर केंद्रित होना चाहिए। युवाओं को सरकारी योजनाओं और अपने विवेक, कौशल का प्रयोग कर उद्यमिता को बढ़ावा देना होगा। मुख्य अतिथि समाजसेवी कश्मीरी लाल ने कहा कि शोध में व्यावहारिक अनुभव को प्राथमिकता देना चाहिए। य...